2024 : क्या है नींद (sleep) का super विज्ञान (science) ?
क्या है नींद(sleep) का विज्ञान(science) ? कोई 4 घंटे में फ्रेश, किसी की 8 घंटे में भी पूरी नहीं
अच्छी नींद(sleep) सभी के लिए जरूरी है, लेकिन अच्छी नींद क्या है. क्या इसके लिए 8 घंटे सोना जरूरी है या 4 घंटे की नींद भी काफी है. क्या होते हैं डीप और लाईट स्लीपर, नींद को लेकर क्या हैं अलग- अलग दावे. इन सबको डिटेल में जानते हैं. इसके लिए एक्सपर्ट्स ने अपनी राय साझा की है.
महापुरुषों ने जीवन के दो सबसे बड़े सुख बताए हैं. इनमें पहला है निरोगी काया और दूसरा है अच्छी नींद, लेकिन आज के समय में अच्छी नींद आना एक बड़ी समस्या बन गई है. खराब लाइफस्टाइल, फोन की लत और नशे की आदत ने सोने और जागने के क्रम को खराब कर दिया है. नींद की कमी कई बीमारियों का कारण भी बन रही है. इससे लोग मोटापा, डायबिटीज, हार्ट डिजीज और खराब मेंटल हेल्थ का शिकार हो रहे हैं. सोशल मीडिया के दौर में तो नींद कम आना एक बीमारी बनता जा रहा है. इसके लिए लोग दवाएं खाते हैं और यहां तक की सालों तक इलाज भी चलता है. लेकिन अच्छी नींद क्या है, ये कितने घंटे की होनी चाहिए, आपको बेहतर नींद कैसे आए. ये ऐसे कई सवाल हैं, जिनका जवाब मिलना जरूरी है.
अमेरिकन एकेडमी ऑफ स्लीप(Academy Of sleep) मेडिसिन के मुताबिक, एक व्यक्ति को दिन में कम से कम 8 घंटे सोना चाहिए. अधिकतर लोग इतने घंटे नींद लेने की कोशिश करते भी हैं, लेकिन सभी इतना सोते नहीं है. कई लोग केवल 4 घंटे ही सोते हैं और इतने समय में ही उनकी नींद पूरी हो जाती है. 7 से 8 घंटे सोने वाले इस बात पर आसानी से विश्वास नहीं कर पाते कि 4 घंटे मेंं भी नींद पूरी हो सकती है. लेकिन क्या ऐसा सही में है? आखिर नींद के घंटे कितने होने चाहिए? जिससे शरीर फिट रहे. आइए एक्सपर्ट्स से जानते हैं.
नींद की क्वालिटी है जरूरी
- नींद संबंधी युक्तियाँ: बेहतर नींद के लिए 6 कदम
- सोने के शेड्यूल पर टिके रहें। सोने के लिए आठ घंटे से अधिक का समय निर्धारित न करें। …
- आप क्या खाते-पीते हैं उस पर ध्यान दें। भूखे या भरे हुए बिस्तर पर न सोएं। …
- एक आरामदायक माहौल बनाएं. …
- दिन की झपकी सीमित करें। …
- अपनी दिनचर्या में शारीरिक गतिविधि को शामिल करें। …
- चिंताओं का प्रबंधन करें.
नींद(sleep) को समझने के लिए आपको sleep साइकिल की जानकारी होना जरूरी है
क्या होती है sleep साइकिल
sleep साइकिल को समझें
नींद को समझने के लिएआपको अपनी स्लीप साइकिल की जानकारी होना जरूरी है. अगर रात को 10 से 11 बजे सोने के बाद आपकी आंख 6 बजे खुल गई है तो इसका मतलब है कि नींद पूरी हो गई है. ऐसे में आपको दोबारा नहीं सोना चाहिए. ये करने से शरीर फिर से दूसरी स्लीप साइकिल में जाने लगता है और इस दौरान अगर आप फिर 8 या 9 बजे के बीच उठते हैं तो नींद बाधित हो जाती है. यही कारण है कि कुछ लोग 8 से 9 घंटे सोकर भी फ्रेश महसूस नहीं करते हैं.
क्या होती है sleep cycle, sleep cycle को समझें
नींद को समझने के लिएआपको अपनी स्लीप साइकिल की जानकारी होना जरूरी है. अगर रात को 10 से 11 बजे सोने के बाद आपकी आंख 6 बजे खुल गई है तो इसका मतलब है कि नींद पूरी हो गई है. ऐसे में आपको दोबारा नहीं सोना चाहिए. ये करने से शरीर फिर से दूसरी स्लीप साइकिल में जाने लगता है और इस दौरान अगर आप फिर 8 या 9 बजे के बीच उठते हैं तो नींद बाधित हो जाती है. यही कारण है कि कुछ लोग 8 से 9 घंटे सोकर भी फ्रेश महसूस नहीं करते हैं.
क्यों कुछ लोग होते हैं light sleeper
इस बारे में दिल्ली में वरिष्ठ फिजिशियन डॉ अजय कुमार ने बताया है. डॉ. कुमार बताते हैं कि नींद कम आना या लाइट स्लीप में रहने के ये कारण हो सकते हैं.
डिप्रेशन की समस्या
- एंग्जाइटी
- शराब ज्यादा पीना
- खरार्टे ज्यादा आना
- मानसिक तनाव
- कोई मेंटल हेल्थ समस्या
गहरी नींद(deep sleep) के लिए क्या करें
- समय पर सोने की आदत डालें
- हर दिन व्यायाम जरूर करें
- आरामदायक गद्दे और तकिए का इस्तेमाल करें
- रात को शराब, चाय या कॉफी न पिएं
- सोने से पहले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बंद कर दें.